यहाँ Bihar Board class 10th Hindi all question solution || Godhuli bhag 2 के प्रश्न मिलेंगे
- लेखक किस विडंबना की बात करते हैं? विडंबना का स्वरूप क्या है ?
Show Answer
उत्तर:- लेखक के लिए विडंबना की बात यह है कि इस आधुनिक युग में भी जातिवाद के पोषक की कमी नहीं है।
[collapse] - जातिवाद के पोषक उसके पक्ष में क्या तर्क देते हैं?
Show Answer
उत्तर:- जातिवाद के पोषक इस आधुनिक समाज में कार्यकुशलता के लिए श्रम विभाजन को आवश्यक मानते हैं और कहते है कि जाति प्रथा भी श्रम विभाजन का ही दूसरा रूप है इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
[collapse] - जातिवाद के पक्ष में दिए गए तर्कों पर लेखक की प्रमुख आपत्तियाँ क्या है ?
Show Answer
3. उत्तर:- जातिवाद के पक्ष में दिए गए तर्कों पर लेखक की पहली आपत्ति यह है कि जाति प्रथा श्रम विभाजन के साथ-साथ लोगों का भी विभाजन करती है| श्रम विभाजन निश्चय ही सभ्य समाज की आवश्यकता है, परंतु किसी सभ्य समाज में कार्य के साथ-साथ लोगों का विभाजन सही विभाजन नहीं है।
[collapse] - 5. जाति प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख और प्रत्यक्ष कारण कैसे बनी हुई है
Show Answer
उत्तर- भारत में जाति प्रथा लोगों को कोई भी ऐसा कार्य नहीं चुनने देती जो उनके पूर्वजों ने नहीं किया हो | लोग अपने पूर्वजों का ही कार्य चुनते हैं जिसके कारण जाति प्रथा भारत में बेरोजगारी का प्रत्यक्ष और प्रमुख कारण बनी हुई है |
[collapse] - लेखक आज के युग में गरीबी और उत्पीड़न से भी बड़ी समस्या किसे मानता है और क्यों ?
Show Answer
उत्तर- लेखक गरीबी और उत्पीड़न से भी बड़ी समस्या जाति प्रथा को मानते हैं क्योंकि जाति प्रथा लोगों का उनके स्वभाव के अनुसार कार्य चुनने की अनुमति नहीं देती है
[collapse] - लेखक ने पाठ में किन प्रमुख पहलुओं से जाति प्रथा को एक हानिकारक प्रथा का रूप दिखाया है ?
Show Answer
उत्तर – इस पाठ में लेखक ने कई पहलुओं से जाति प्रथा को एक हानिकारक प्रथा बताया है | जिसमें आर्थिक और रचनात्मक पहलू सबसे प्रमुख है|
[collapse] - 8. सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए लेखक ने किन विशेषताओं को आवश्यक
Show Answer
उत्तर- लोकतंत्र की स्थापना के लिए लेखक ने लोगों के बीच दूध और पानी के मिश्रण जैसा भाईचारे को आवश्यक माना है।
[collapse] - सेन साहब के परिवार में बच्चों के पालन पोषण में किए जा रहे लिंग आधारित भेदभाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए उत्तर :-
Show Answer
1. उत्तर :- सेन साहब के घर में बच्चों के पालन पोषण में लिंग के अनुसार भेदभाव किया जा रहा था|उनकी लड़कियों के लिए पढ़ने,खेलने एवं हंसने के लिए अलग नियम बनाए गए थे जबकि उसके बेटे काशु के लिए अलग नियम थे|
[collapse] - खोखा किन मामलों में अपवाद था ?
Show Answer
2. उत्तर-सेन साहब का बेटा काशु घर में बनाए गए नियम के मामलों में अपवाद था| वह हमेशा अपने मन के अनुसार ही कार्य करता था पर लड़कियों को ऐसी आजादी नहीं थी |
[collapse] - सेन साहब दंपत्ति खोखा में कैसी संभावनाएं देखते थे और उन संभावनाओं के लिए उन्होंने उनकी कैसी शिक्षा तय की थी ?
Show Answer
उत्तर:- सेन साहब और उसकी पत्नी खोखा को इंजीनियर या बिजनेसमैन बनाना चाहते थे | इसके लिए सेन साहब ने अपने बेटे को स्कूल न भेजकर घर पर ही शिक्षा देने के लिए तय किया था |
[collapse] - . मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है ?
Show Answer
उत्तर:- मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार यह बताना चाहता है कि महल वाले कभी यह नहीं चाहते की झोपड़ी वाले के बच्चे उनके कीमती सामानों के आसपास भी भटके
[collapse] - . काशू और मदन के बीच झगड़े का कारण क्या था ? इस प्रसंग के द्वारा लेखक क्या दिखाना चाहते हैं ?
Show Answer
उत्तर:- काशु और मदन के बीच झगड़े का कारण लट्टू घुमाने का खेल था | इस प्रयोग के द्वारा लेखक यह बताना चाहता है कि झोपड़ी वाले लोग भी अपने अपमान का बदला ले सकते हैं जैसा की मदन ने काशु के दांत तोड़ कर लिया |
[collapse] - आपकी दृष्टि विष के दांत कहानी का नायक कौन है ?
Show Answer
उत्तर:- मेरी दृष्टि में इस कहानी का नायक मदन है क्योंकि वह महल वाले सेन साहब से बिना डरे उसके ड्राइवर से लड़ जाता है और उसके बेटे के दो दांत भी तोड़ देता है
[collapse] - काशु का चरित्र चित्रण करें |
Show Answer
उत्तर :- काशु सेन साहब के बुढ़ापे की आंखों का तारा था | सेन साहब उसे इंजीनियर या बिजनेसमैन बनना चाहते थे | काशु अपने पिता द्वारा बनाए गए सभी मामलों में अपवाद था| घर के लाड-प्यार ने उसे बिगाड़ दिया था | वह बिना डरे किसी के ऊपर हाथ चला देता था
[collapse] - सेन साहब का चरित्र चित्रण कीजिए
Show Answer
उत्तर:- सेन साहब विष के दांत कहानी का एक पात्र है | सेन साहब की पाँच पुत्रियां और एक पुत्र हैं |वे अपने बच्चों के लिए घर पर अलग-अलग नियम बनाए हैं वह अपने बेटे में बुढ़ापे का सहारा देखते हैं |
[collapse] - मदन का चरित्र चित्रण करें |
Show Answer
उत्तर:- मदन विष के दांत कहानी का एक पात्र है। यह इस कहानी का नायक है | मदन बिना डरे सेन साहब के ड्राइवर का विरोध करता है एवं जब काशु इसके साथ गली में खेलने आता है, तो मदन उससे लड़ाई कर उसके दो दांत तोड़ देता है |
[collapse] - गिरधरलाल का चरित्र चित्रण करें|
Show Answer
उत्तर:- गिरधरलाल विष के दांत कहानी का एक पात्र है | यह सेन साहब का किरानी और मदन का पिता है | मदन के द्वारा सेन साहब के बेटे से लड़ाई करने पर गिरधरलाल को काम से निकाल दिया जाता हैं |
[collapse] - समस्त भूमंडल में सर्वविद संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश भारत है। लेखक ने ऐसा क्यों कहा?
Show Answer
उत्तर-लेखक ने भारत को सर्वविद संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश कहा है। क्योंकि भारत में किसी भी संपदा की अन्य देशों की तुलना में कमी नहीं है और भारत का सौंदर्य भी काफी आकर्षक है| यहां की नदियां, पर्वत एवं हरे-भरे खेत लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
[collapse] - लेखक की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कहां हो सकते हैं और क्यों
Show Answer
उत्तर- लेखक मैक्समूलर के अनुसार सच्चे भारत का दर्शन ग्रामीण इलाके में हो सकते हैं ना कि मुंबई, दिल्ली, कोलकाता जैसे शहरों में क्योंकि भारत की असली संस्कृति ग्रामीणों में ही निहित है|
[collapse] - धर्मों की दृष्टि से भारत का क्या महत्व है ?
Show Answer
उत्तर:- धर्मों की दृष्टि से भारत का विशेष महत्व है यहां विभिन्न धर्मों के लोग (जैसे हिंदू मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन बौद्ध, पारसी, यहूदी इत्यादि ) आपस में मिल जुल कर रहते हैं | विश्व के किसी भी देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है |
[collapse] - भारत किस तरह अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है? स्पष्ट करें |
Show Answer
उत्तर:- भारत अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है क्योंकि भारत का इतिहास विश्व के सभी देशों के इतिहास से अच्छा है | जिससे भारत की युवा सीख कर अपने भविष्य को भी उज्जवल बना रही है।
[collapse] - नाखून क्यों बढ़ते हैं यह प्रश्न लेखक के आगे कैसे उपस्थित हुआ?
Show Answer
उत्तर :- नाखून क्यों बढ़ते हैं यह प्रश्न लेखक के सामने तब उपस्थित हुआ जब लेखक की छोटी सी पुत्री ने लेखक से पूछा कि पिताजी – पिताजी नाखून क्यों बढ़ते
[collapse] - नाखून क्यों बढ़ते हैं यह प्रश्न लेखक के आगे कैसे उपस्थित हुआ? 2. बढ़ते नाखून द्वारा प्रकृति मनुष्य को क्या याद दिलाती है?
Show Answer
उत्तर:- बढ़ते नाखून द्वारा प्रकृति मनुष्य को उसके पार्श्व वृत्ति की याद दिलाती है|
[collapse] - लेखक द्वारा नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना कहां तक संगत है?
Show Answer
उत्तर:- लेखक द्वारा नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना काफी हद तक संगत है | क्योंकि अस्त्र से हम अपनी सुरक्षा करते हैं। क्योंकि लाखों वर्ष पहले हम आदिमानव थे और अपनी सुरक्षा के लिए नाखूनों का प्रयोग करते थे इसलिए नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना काफी हद तक संगत है |
[collapse] - मनुष्य बार-बार नाखूनों को क्यों काटता है?
Show Answer
उत्तर:- मनुष्य बार-बार नाखूनों को इसलिए काटता है क्योंकि वह अपने पार्श्व वृत्ति यानी पुरानी चिन्हों को भुला देना चाहता है |
[collapse] - देवनागरी लिपि के अक्षरों में स्थिरता कैसे आयी हैं ?
Show Answer
उत्तर:- करीब दो सदी पहले इस लिपि के टाइप बने और इसमें पुस्तक छपने लगी जिसके कारण इसके अक्षरों में स्थिरता आ गई।
[collapse] - देवनागरी लिपि में कौन-कौन सी भाषाएं लिखी जाती है?
Show Answer
उत्तर:- देवनागरी लिपि में- हिंदी, संस्कृत, मराठी, नेपाली इत्यादि भाषाएं लिखी जाती है।
[collapse] - लेखक ने किन भारतीयों लिपियों से देवनागरी का संबंध बताया है ?
Show Answer
लेखक ने बंगाली लिपि, नंदी लिपि, नागरी लिपि ब्राही लिपि इत्यादि का संबंध देवनागरी लिपि से बताया है।
[collapse] - नागरी लिपि के आरंभिक लेख कहां प्राप्त हुए हैं? उनके विवरण दें|
Show Answer
उत्तर:- नागरी लिपि के आरंभिक लेख हमें विंध्य पर्वत के नीचे के दक्कन प्रदेश से मिलता है।
[collapse] - नागरी लिपि को देवनागरी क्यों कहते हैं? लेखक इस संबंध में क्या बताते हैं
Show Answer
उत्तर-नागरी लिपि को देवनागरी लिपि कहने के पीछे लेखक के अनुसार कई कारण हैं। कुछ विद्वानों का मत है कि इस लिपि का प्रयोग सबसे पहले गुजरात के नागर ब्राह्मणों ने किया है इसलिए इसे देवनागरी लिपि कहते हैं दूसरा काशी के पंडितों का मत है कि काशी देवों की भूमि है और सबसे पहले इस लिपि का प्रयोग काशी में ही हुआ है इसलिए इसका नाम देवनागरी लिपि है| इसी प्रकार और कई मत देखने को मिलते हैं।
[collapse] - अपने शब्दों में पहली बार दिखे बहादुर का वर्णन कीजिए |
Show Answer
उत्तर-लेखक अमरकांत जी के अनुसार पहली बार देखे बहादुर- ( 12- 13 )वर्ष का गोरा रंग, चपता सा मुंह, हाफ पेंट, हाफ शर्ट, भूरा रंग का जूता एवं गले में स्काउट गाइड का रुमाल लिए हुए खड़ा था |
[collapse] - लेखक को क्यों लगता है कि नौकर रखना बहुत जरूरी हो गया था ?
Show Answer
उत्तर – लेखक के बड़े भाइयों के घर नौकर लगे हुए थे | जिसके कारण उसकी भाभियाँ महारानी बन कर बैठी रहती थी इसलिए लेखक को एक नौकर रखना जरूरी हो गया था | उसकी पत्नी भी नौकर के लिए धूम मचा रही थी क्योंकि उसने दुसरे के घर पर नौकरों का आनंद देखा था |
[collapse] - बहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था ?
Show Answer
उत्तर -बहादुर की मां चाहती थी कि बहादुर घर के कामकाज में हाथ बटाए परंतु बहादुर ऐसा नहीं करता था। इसलिए उसकी मां बहादुर से रूठी रहती थी |एक दिन बहादुर ने मां की प्यारी भैंस को पीटा था | जिसकी कल्पना कर माँ ने भी बहादुर को बहुत पीटा अंततः बहादुर घर छोडकर भाग गया|
[collapse] - बहादुर के आने से लेखक के घर और परिवार के सदस्य पर कैसा प्रभाव प
Show Answer
उत्तर -बहादुर के आने से घर की अच्छी तरह से सफाई होने लगी घर के सदस्यों को काफी आराम मिलने लगा क्योंकि उनके लगभग सभी कार्य बहादुर करने लगा था
[collapse] - किन कारणों से बहादुर ने एक दिन लेखक का घर छोड़ दिया ?
Show Answer
उत्तर -शुरुआत में लेखक के घर बहादुर को बहुत प्यार मिल रहा था परंतु कुछ दिनों के बाद उनके घर में बहादुर के साथ अच्छा व्यवहार नहीं होने लगा | छोटी -छोटी गलती के लिए उसे मार पड़ने लगी | लेखक के रिश्तेदारों द्वारा भी उसके ऊपर चोरी का झूठा इल्जाम लगाया गया | जिसके कारण बहादुर का मन लेखक के घर से उठ गया | जब उसके हाथ से सिलबट्टा गिरकर टूट गया तब और ज्यादा डर गया | अंततः लेखक का घर छोड़कर भाग गया |
[collapse] - 6. घर आए रिश्तेदारों ने कैसा प्रपंच रचा और उसका क्या परिणाम निकला ?
Show Answer
उत्तर- लेखक के घर आए रिश्तेदारों ने 11 रूपये खो जाने का प्रपंच रचा | उसका परिणाम यह निकला कि बहादुर को काफी कठिनाइयों सहनी पड़ी | उसी दिन से बहादुर काफी उदास रहने लगा और लेखक के घरवाले भी बात-बात पर उसे डाटने और मारने लगें |
[collapse] - बहादुर का चरित्र – चित्रण करें
Show Answer
उत्तर- बहादुर – बहादुर कहानी का सबसे मुख्य पात्र है | इस पाठ के लेखक अमरकांत हैं | बहादुर जिसका घर बिहार नेपाल के बॉर्डर पर था | एक दिन मां के हाथ से मार खाकर बहादुर गोरखपुर भाग आया। लेखक ने बहादुर को अपने घर का नौकर बना लिया | बहादुर (12-13 ) वर्ष का एक हसमुख लड़का था|शुरुआत में वह लेखक के यहां परिवार के एक सदस्य के जैसा रहा परंतु कुछ दिनों के बाद से उसे छोटी मोटी गलती करने पर भी गाली और मार मिलने लगी | बहादुर पर झूठे चोरी के आरोप भी लगे जिसके कारण वह लेखक के यहां काफी उदास रहने लगा और एक दिन लेखक का घर छोड़ कर चला गया
[collapse] - परंपरा का ज्ञान किन के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है और क्यों ?
Show Answer
उत्तर-जो लोग साहित्य में युग परिवर्तन करना चाहते हैं, क्रांतिकारी साहित्य लिखना चाहते हैं उनके लिए साहित्य की परंपरा का ज्ञान होना अति आवश्यक
[collapse] - भारत की बहुजातीयता मुख्यतः संस्कृति और इतिहास की देन है | कैसे?
Show Answer
उत्तर-लेखक रामविलास शर्मा के अनुसार भारत में बहुजातीयता भारत की संस्कृति और इतिहास की देन है | हमारी संस्कृति महाभारत और रामायण जैसे साहित्य से जुड़ी है, जो एकता स्थापित करते हैं | हमारे इतिहास में कई ऐसी घटनाएं हैं जिससे लोगों में बहुजातीयता का बोध होता है।
[collapse] - आविन्यों क्या है और वह कहां अवस्थित है?
Show Answer
उत्तर- आविन्यों दक्षिण फ्रांस में रोन नदी के किनारे बसा एक पुराना शहर है|
[collapse] - हर वर्ष आविन्यों में कब और कैसा समारोह हुआ करता है ?
Show Answer
उत्तर – हर वर्ष आविन्यों गर्मियों के समय में एक अत्यंत प्रसिद्ध और लोकप्रिय रंग समारोह हुआ करता है |
[collapse] - ला शत्रुज क्या है और वह कहां अवस्थित है आजकल उसका क्या उपयोग होता है
Show Answer
उत्तर -ला शत्रुज आविन्यों शहर में ईसाई धर्म का मठ हुआ करता था परंतु अब उसे कला केंद्र बना दिया गया है |
[collapse] - नदी के तट पर बैठे हुए लेखक को क्या अनुभव होता है ?
Show Answer
उत्तर- नदी के तट पर बैठे हुए लेखक का यह अनुभव होता है कि वह नदी के जल के साथ बह रहा है |
[collapse] - नदी और कविता में लेखक क्या समानता पाते हैं ?
Show Answer
उत्तर- नदी और कविता में सामानता बताते हुए लेखक कहते हैं कि जिस तरह कई जगहों से जल आकर नदी में मिल जाते हैं ठीक उसी तरह कई जगह से शब्द आकर कविता में मिल जाते हैं। जिस तरह नदी का कोई अंत नहीं उसी तरह कविता का भी कोई अंत नहीं | जिस तरह नदी में लोग बह जाते हैं उसी तरह कविता को पढ़कर भी लोग उसी में खो जाते हैं |
[collapse] - झोले में मछलियां लेकर बच्चे दौड़ते हुए पतली गली में क्यों घुस गए ?
Show Answer
उत्तर -बच्चे मछली के झोलें को लेकर पतली गली में घुस गए क्योंकि चौरी गली में काफी भीड़ थी और बरसात भी हो रही थी |
[collapse] - मछलियों को लेकर बच्चों की क्या अभिलाषा थी ?
Show Answer
उत्तर- बच्चे मछलियों के साथ खेलना चाहते थे | जिसके लिए वह किसी एक मछली को कुँए में भी छोड़ना चाहते थे | ताकि जब मन हो वहां से मछली निकालकर खेल सके
[collapse] - मछलियां लिए घर आने के बाद बच्चों ने क्या किया
Show Answer
उत्तर -मछली के घर आने के बाद बच्चों ने मछली को आधे बाल्टी पानी में डालकर उनके साथ खेलने लगे
[collapse] - मछली को छूते हुए संतु क्यों हिचक रहा था
Show Answer
उत्तर -मछली को छूते हुए संतु हिचक रहा था क्योंकि उसे डर था कि मछली काटना ले |
[collapse] - मछली के बारे में दीदी ने क्या जानकारी दी थी ? बच्चों ने उसकी परख कैसे की
Show Answer
उत्तर -मछली के बारे में दीदी ने यह जानकारी दी थी कि मरी हुई मछली की आंखों में किसी की छवि नहीं दिखती है | किसकी परख करने के लिए लेखक ने मरी हुई मछली की आंखों में अपनी तस्वीर देखनी चाहिए थी |
[collapse] - संतु क्यों उदास हो गया?
Show Answer
उत्तर – मछली को काटते हुए देखकर मछली के साथ खेलने की उसकी अभिलाषा मर गई इसलिए संतु उदास हो गया |
[collapse] - 7. घर में मछली कौन खाता था वह कैसे बनाई जाती थी ?
Show Answer
उत्तर -घर में मछली केवल लेखक के पिताजी खाते थे | मछली को बनाने के लिए एक मोटे से लकड़ी का पाटा था |
[collapse] - दीदी कहां थी और क्या कर रही थी?
Show Answer
उत्तर- दीदी घर में थी और रो रही थी|
[collapse] - अरे – अरे कहता हुआ भग्गू किसके पीछे भागा और क्यों?
Show Answer
उत्तर – अरे -अरे कहता हुआ भग्गू संतों के पीछे मछली लेने के लिए भागा |
[collapse] - 10. मछली और दीदी में क्या समानता दिखलाई पड़ती अस्पष्ट करें
Show Answer
उत्तर-लेखक के अनुसार मछली और दीदी में यह समानता दिखाई पड़ी की मछली जल से बाहर तड़प रही थी और दीदी घर के अंदर तड़प रही थी |
[collapse] - डुमराव की महत्ता किस कारण से है?
Show Answer
उत्तर- डुमराव में नरकट नाम का पौधा पाया जाता है जिससे शहनाई बनाई जाती है। इसीलिए डुमराव की महत्ता अधिक है।
[collapse] - सुषिर वाद्य किन्हें कहते हैं । ‘शहनाई ‘शब्द की उत्पत्ति किस प्रकार हुई है?
Show Answer
उत्तर-शहनाई को सुषिर वाद्य कहा जाता है | इसे मुह से फूक मार कर बजाना पड़ता है | अरब देशों में शहनाई जैसी वस्तु को नय कहकर बुलाया जाता है | शहनाई को वहां शाहनेय कह कर बुलाया जाता है | दक्षिण भारत में इसे शहनाई नाम से बुलाया जाता है | इस शब्द की उत्पत्ति के विषय में कहीं सटीक जानकारी नहीं है।
[collapse] - 3. मुहर्रम पर्व से बिस्मिल्लाह खा के जुड़ाव का परिचय पाठ के आधार पर दे |
Show Answer
उत्तर -मुहर्रम से बिस्मिल्लाह खा का जुड़ाव काफी घनिष्ठता था | मुहरम का मतलब बिस्मिल्ला खा की शहनाई परंतु मोहर्रम के दिन बिस्मिल्ला खा के परिवार में कोई शहनाई नहीं बजाता था।
[collapse] - बिस्मिल्लाह खा जब काशी के बाहर प्रदर्शन करते थे तो क्या करते थे इससे हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
Show Answer
उत्तर-बिस्मिल्ला खा जब काशी से बाहर प्रदर्शन करते थे तब वह काशी की ओर मुंह करके प्रणाम कर शहनाई बजाते थे | इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपनी जन्म और कर्म भूमि को नहीं भूलना चाहिए |
[collapse] - 1. गांधीजी बढ़िया शिक्षा किसे कहते हैं?
Show Answer
उत्तर -गांधी की बढ़िया शिक्षा अहिंसक प्रतिरोध और व्यावहारिक शिक्षा को कहते हैं। जिससे मनुष्य के चरित्र का निर्माण हो |
[collapse] - इंद्रियों का बुद्धि पूर्वक उपयोग सीखना क्यों जरूरी है?
Show Answer
उत्तर- मस्तिष्क के विकास के लिए इंद्रियों को बुद्धि पूर्वक उपयोग करना आवश्यक है | ऐसा करने से मनुष्य अपने जीवन में समय से विकास कर पाता है।
[collapse] - शिक्षा का अभिप्राय गांधीजी क्या मानते हैं
Show Answer
उत्तर- गांधीजी के अनुसार शिक्षा का अभिप्राय केवल किताबी ज्ञान से नहीं है शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिससे शरीर बुद्धि और आत्मा तीनों का विकास हो |
[collapse] - मस्तिष्क और आत्मा का उच्चतम विकास कैसे संभव है ?
Show Answer
उत्तर-गांधीजी के अनुसार जब बच्चे लिखना पढ़ने के साथ-साथ कुछ कारीगरी और तालीम सीख लेंगे तब उसके मस्तिष्क और आत्मा का उच्चतम विकास होगा |
[collapse] - शिक्षा का ध्येय गांधी जी क्या मानते हैं और क्यों ?
Show Answer
उत्तर-गांधीजी शिक्षा शिक्षा का ध्येय व्यवहारिक शिक्षा को मानते हैं | जहां बच्चों का चरित्र निर्माण के साथ-साथ उनमें साहस बल सदाचार इत्यादि लक्षण हो क्योंकि गाँधी जी के अनुसार यही वास्तविक शिक्षा है और इसी से एक अच्छे मनुष्य का निर्माण हो सकता है
[collapse]
मुझे उम्मीद है Bihar Board class 10th Hindi all question solution || Godhuli bhag 2 का सारा प्रश्न पढ़ लिया होगा
Europe me Rashtra ka Uday class 10th Question Answer || by Pankaj sir
https://www.youtube.com/@Pankajstudycentre