- दोस्तों आज मै आप लोगों को बताऊंगा snel-ke-niyam-saghan-evm-viral-madhyam के बारे में जिससे आप एग्जाम में बहुत अच्छा से समझ के लिख पाएंगे
- सघन माध्यम – : जिस माध्यम में प्रकाश की चाल कम हो उसे सघन माध्यम कहतें है |
- विरल माध्यम -: जिस माध्यम में प्रकाश की चाल अधिक हो उसे विरल माध्यम कहतें है |
Note : जब विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रकाश की किरण जाती है तो अभिलम्ब की ओर झुक जाता है |
Note : जब प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है तो अभिलम्ब के से दूर चली जाती है
- यहाँ आपतित किरण (i) एवं अपवर्तित किरण (r) है |
- जिसका अपवर्तनांक ज्यादा होगा उसका चमक ज्यादा होगा एवं उसमे प्रकाश की चाल धीमा होगी
- जिसका अपवर्तनांक कम होगा उसका चमक भी कम होगा एवं उसमे प्रकाश की चाल तेज होगा |
हिरा = 2.42 अपवर्तनांक
कांच = 1.5
पानी = 1.3
वायु = 1.008
निर्वात = 0
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हिरा का अपवर्तनांक ज्यादा है इस लिए यह सबसे अधिक चमकीला है | वायु का अपवर्तनांक कम है इस लिए यह कम चमकीला है | निर्वात में कोई चमक नहीं होती है |
- निम्नलिखि माध्यम में प्रकाश की चाल
- निर्वात – 3 गुणे 10 के घात 8 m/s
- कांच – 2 गुणे 10 के घात 8 m/s
- तारपीन तेल – 2.04 गुणे 10 के घात 8 m/s
- जल – 2.25 गुणे 10 के घात 8 m/s
- रौक साल्ट – 1.96 गुणे 10 के घात 8 m/s
स्नेल का नियम
दूसरा सूत्र एवं हल
Q . किसी के घर में प्रकाश की चाल 1.5 गुणे 10 के घात 8 है तो उस व्यक्ति के घर का अपवर्तनांक होगा |
Q 10 m गहरे तालाब में सिक्का कितना आभासी गहराई में दिखेगा |
मुझे उम्मीद है की आपलोग snel-ke-niyam-saghan-evm-viral-madhyam के बारे में समझ गायें होंगे