साथियों जैसा आप सभी जानतें हैं की chhua-chhut भारत के विकास में कोढ़ की तरह है | सवर्ण समाज के बीच अछूतों के लिए इसके प्रति घोर नफरत विद्यमान है | जिसके कारण भारत में एक बहुत बड़े तबका विकास से बंचित है | आज इस आधुनिक युग में पुरे विश्व में यह स्पष्ट हो चूका है की खून और हार मांस सवर्ण और अछूतों में एक जैसा है | फिर भी मेरे देश में अछूतों के प्रति कोई बहुत बड़ा क्रांतिकरी कदम उठाया नहीं गया है | जिसके कारण आज भी ग्रामीण इलाको में यह कुप्रथा फल फूल रहा है |
- chhua-chhut से होने वाले नुकसान :
- समाज में भाईचारे की कमी :– जैसा की आप सभी लोग जानतें है की समाज में भाईचारा कायम करने के लिए समता मूलक व्यवहार और विचार अपनाना जरुरी होता है | जो हमारे ग्रामीण समाज में नहीं किया जाता है | जिसके कारण समाज में भारी विषमता बढता जा रहा है | जिसके ऊपर ध्यान केन्द्रित करना बहुत जरुरी है | आज भी हन्दू हिन्दू कर के vote की राजनीति की जाति है | और अछूतों को मंदिर में प्रवेश के उपरांत शुद्धि करण किया जाता है | जिस मंत्र से मंदिर को शुद्धिकरण किया जाता है | क्या ? उसी मंत्र से अछूतों को सवर्ण नहीं बनाया जा सकता है | कितना बड़ा आडम्बर है |
- विकास में बाधक :- जैसा हम में से सभी लोग जानतें है की उपरोक्त व्यवहार के करण विकास कैसे संभव है | जब हम लोग आपस में मिल बैठ के बात नहीं कर सकते तो समाज में विकास कैसे कर सकतें है | एक दुसरे को सम्मान न मिले तो वह सहभागी कैसे बनेगा |
- एकता में बाधा :- किसी भी समाज राज्य या देश के विकास के लिए एकता होना अहम point है | अगर हम समाज में अछूतों को उचित मान सम्मान एवं आदर न देंगे तो एकता का होना असम्भव है | जो आजके आधुनिक युग के लिए अति आवश्यक है |आप तमाम नवयुवक साथियों से अनुरोध, आग्रह ,निवेदन और प्रार्थना है की chhua-chhut के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाएं और इस कोढ़ को जड़ से समाप्त करें | घृणा गंदगी से होना चाहिए न की इंशान से , घृणा पाप से होना चाहिए न की पापी से |
- सर्वांगीण विकास में बाधा :- जैसा की हम आप सभी जानतें हैं की शरीर स्वस्थ रहने के लिए सभी ज्ञान्नेंद्रिया का सक्रियता जरुरी है | उसी तरह समाज और देश के सर्वांगीण विकास के लिए समाज के निचले तबके जिसे अछूत कहा जाता है | उनकी सक्रियता के बिना विकास संभव नहीं है | जिस तरह शरीर का एक भी अंग काम नहीं करे तो उसे विकलांग ही कहा जायेगा | उसी तरह से समाज में कोइ समुदाय का विकास अगर नहीं हुआ तो उस देश और समाज को विकसित नहीं कहा जा सकता है |